तुम ही हो बसे मुझमें हर पल
के खुदा रहता है बारहा तुममें ही कहीं|
बात तो एक है.
रात का घाना साया टूट गिरा
के उन पलकों पीछे बंद हुईं मेरी आँखें हैं|
बात तो एक है.
खुश हूँ आज बेवजह यूँ ही
के तेरी मेहंदी का रंग कुछ गहरा हुआ है|
बात तो एक है.
एक लम्हा तेरी जुदाई का है
के लूट ले गया सब कुछ मेरा कोई|
बात तो एक है.
तेरी आँखों से ढलके दो बूँद पानी
के तमाम उम्र बिन मौसम ये बरसातें|
बात तो एक है.
तेरी हर इक बात का यकीं यूँही किया
के इबादत कर दी कभी-कभार उसकी|
बात तो एक है.
कोई नयी धुन छेड़ी ज़िन्दगी ने
के तेरा नाम ज़ोर से पुकार गया कोई|
बात तो एक है.
रंगों से लिपटी तूलिका गिर पड़ी
के छू गयी उंगलियाँ तेरा हर एक रंग |
बात तो एक है.
बेवजह चल पड़ते हैं कदम तेरी ही ओर
के न ओर है न छोर इस दुनिया का|
बात तो एक है.
कुछ कहते कहते रुक गए तुम
के कहानी पूरी हो गयी ज़िन्दगी की आज|
बात तो एक है.
oh! aap writer bhi hai.......
ReplyDelete;)
gr8!
carry on!
hope a loads of r in da way........
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ReplyDeleteThis is just awesome!!!!
ReplyDelete������������
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